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कंप्यूटर में प्रयुक्त होने वाला माउस क्या है? माउस कितने प्रकार का होता है?
कंप्यूटर मुख्य रूप से इनपुट डिवाइस, आउटपुट डिवाइस, प्रोसेसर और स्टोरेज का संयुक्त रूप है. वर्तमान समय में कंप्यूटर की उपयोगिता बहुत बढ़ गई है. सभी संस्थानों में कंप्यूटर का प्रयोग किया जाता है. ग्राफिक यूजर इंटरफ़ेस की शुरुआत होने से माउस एक महत्वपूर्ण इनपुट डिवाइस बन गया है. माउस को पॉइंटिंग डिवाइस के रूप में भी जाना जाता है. ग्राफ़िक यूजर इंटरफ़ेस में प्रोग्राम्स को आइकॉन का रूप दिया गया है. माउस डेस्कटॉप पर एक तीर के निशान की तरह दिखता है जिसे आप पॉइंटर कह सकते हैं.जब आपका माउस कंप्यूटर से कनेक्ट होता है तब आपके कंप्यूटर स्क्रीन पर एक पॉइंटर दिखता है. इस पॉइंटर को माउस की मदद से पूरे स्क्रीन पर जहाँ भी आप चाहे ले जा सकते है. माउस में मुख्य रूप से तीन बटन होते हैं- लेफ्ट, राइट, एवं स्क्रॉल बटन.
माउस का इतिहास
माउस का आविष्कार 1968 में डगलस सी. एंगलबर्ट ने किया था. डग एंजेलबर्ट का जन्म अमेरिका के ओरेगन स्थित पोर्टलैंड में हुआ था. उन्होंने दूसरे विश्व युद्ध के दौरान रडार टेक्नीशियन की भूमिका निभाई। उन्होंने नासा की पूर्ववर्ती संस्था नाका में विद्युत अभियंता के तौर पर भी काम किया. इनके द्वारा बनाया गया माउस लकड़ी से बना था.
डगलस सी. एंगलबर्ट द्वारा इजाद किया गया माउस
माउस के प्रकार
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मैकेनिकल माउस: मैकेनिकल माउस में रबड़ की एक गेंद लगी होती है. जब हम माउस को मूव करते हैं तो गेंद से लगा सेंसर गति का पता लगाकर स्क्रीन पर कर्सर को भी मूव करता है. एक समय था जब इस माउस का इस्तेमाल हर जगह होता था पर अब आपको शायद ही कहीं देखने को मिले. वर्तमान में इसकी जगह लोग ऑप्टिकल माउस का इस्तेमाल कर रहे हैं.
2. ऑप्टिकल माउस: ऑप्टिकल माउस में किसी प्रकार का गेंद इस्तेमाल नहीं होता बल्कि कर्सर को मूव करने के लिए एलईडी का इस्तेमाल होता है.ऑप्टिकल माउस ने मैकेनिकल माउस को लगभग समाप्त कर दिया. मैकेनिकल माउस वजन में ज्यादा होता था और इस्तेमाल थोड़ा कठिन था परन्तु ऑप्टिकल माउस ने क्रांति ला दी. यह इस्तेमाल में बहुत आसान होता है.
3. वायरलेस माउस: वायरलेस माउस ऑप्टिकल माउस का अपग्रेडेड वर्जन होता है. कंप्यूटर से जोड़ने के लिए इसमें कोई तार नहीं होता बल्कि यह ब्लूटूथ या रेडियो फ्रीक्वेंसी का इस्तेमाल करता है. इसे कंप्यूटर से कनेक्ट करने के लिए एक रिसीवर एवं ट्रांसमीटर की आवश्यकता होती है. ट्रांसमीटर माउस में लगा होता है और रिसीवर एक छोटा यू एस बी के रूप में होता है. जिसे डेस्कटॉप या लैपटॉप के यू एस बी पोर्ट से कनेक्ट करना होता है.
4. ट्रैकबॉल माउस: ट्रैकबॉल माउस में आपको माउस चलाने की आवश्यकता नहीं होती है बल्कि एक बॉल जैसी संरचना माउस के ऊपर बनी होती है जिस पर आपको बस ऊँगली चलानी होती है जिस से कर्सर भी चलता है. ट्रैकबॉल का इस्तेमाल करने के लिए आपको अलग से जगह की जरूरत नही पड़ती. ये अपनी निर्धारित जगह पर ही अपना काम करता है.
5. पेन माउस- ये माउस पेन की तरह होता है. ये वायरलेस होते हैं. इस माउस में भी एक रिसीवर होता है जो 2.4 ghz वायरलेस होता है. पेन के आकार का ये माउस भी एक ऑप्टिकल माउस ही है.
माउस के कार्य
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माउस की मदद से हम कर्सर को मूव करते हैं और वांछित विकल्प को सेलेक्ट करते हैं.
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माउस की मदद से प्रोग्राम को चलते हैं. प्रायः आइकॉन को सेलेक्ट कर उसे चलने के लिए लेफ्ट क्लिक किया जाता है.
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माउस की मदद से हम सामग्री को एक जगह से ड्रैग और ड्रॉप कर सकते हैं.
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माउस के कर्सर को किसी किसी ऑब्जेक्ट पर रखने पर उसकी जानकारी उपलब्ध होने पर प्रदर्शित होता है जिसे होवर कहा जाता है.